भाग्य का खेल
भाग्य का खेल
भाग्य का खेल देखो,
अद्भुत अजब नजारा।
इसके आगे एक ना चलती,
हर कोई देखो है हारा।
मिनट में किस्मत बदले सारी
राजा को रंक यहां कर दे।
गूंगे को वह ज्ञान दिला दे,
लंगड़े को हिमगिरी लंघवा दें।
हिम्मत दें दे सबको भारी,
भाग्य का खेल अजब है देखो।
मिलता सबको वह निश्चित है,
पर कर्म वीर की जय निश्चित है।
हाथ पर हाथ रखकर मत बैठो,
अपने वक्त को तुम पहचानो।
भाग्य के भरोसे ना बैठो,
उठो मेहनत कर फल तुम चखो।
रचनाकार ✍️
# दैनिक प्रतियोगिता हेतु
मधु अरोरा
Renu
31-Aug-2022 01:49 PM
👍👍
Reply
shweta soni
31-Aug-2022 09:13 AM
Behtarin rachana
Reply
Punam verma
30-Aug-2022 08:46 PM
Nice
Reply